पीपराकोठी, पूर्वी चंपारण
बिहार की कृषि राजधानी के रूप में पीपराकोठी विकसित हो रहा है। जो निरंतर किसानों के बीच संपर्क स्थापित कर उन्हें कृषि से संबंधित नित-नए तकनीकों की जानकारी दे रहा है। उक्त बातें पूर्व केंदीय कृषि मंत्री सह मोतिहारी सांसद राधामोहन सिंह ने कही।
उपराष्ट्रपति, राज्यपाल व मुख्यमंत्री सहित दीक्षांत समारोह में उपस्थित नेताओं, विद्यार्थियों व अभिभावकों का स्वागत करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय का इतिहास गौरवशाली रहा है। अपनी स्थापना के पांच वर्षों में यह अपने आप को राष्ट्रीय पटल पर स्थापित किया है। बताया कि सुखेत मॉडल जिसमें किसानों को गोबर के बदले गैस सिलिंडर दिया जाता है।
वहीं सौर ऊर्जा व एकल फेज पंप द्वारा सिंचाई, दलहनी फसलों के बीज उत्पादन, चलंत मृदा परीक्षण प्रयोगशाला, खाद्य प्रसंस्करण, मशरूम उत्पादन, मधु उत्पादन, पोस्ट हार्वेस्ट नुकसान को कम करने की दिशा में अप्रत्याशित निभा रहा है। पंडित दीनदयाल उपाध्याय उद्यानिकी व वानिकी महाविद्यालय इस क्षेत्र के उद्यानिकी व वानिकी को बढ़ावा देने का कार्य करेगा। वहीं पशु प्रजनन उत्कृष्टता केन्द्रबव पाहु भ्रूण प्रत्यारोपण प्रयोगशाला गोवंश पालकों के आय व रोजगार वृद्धि में सहायक होगा।