मोतिहारी:-रक्सौल के सट्टे नेपाल के बीरगंज में ‘कन्या सुरक्षा सर्कल’ कार्यक्रम में डिजिटल युग में बेटियों की बढ़ती असुरक्षा को लेकर चिंता जताया गया।वीरगंज में आयोजित एक जागरूकता कार्यक्रम में वक्ताओं ने गहरी चिंता जताई है. तेरापंथ महिला मंडल वीरगंज के तत्वावधान में आयोजित ‘कन्या सुरक्षा सर्कल’ कार्यक्रम के दौरान विशेषज्ञों ने कहा कि आज के दौर में सोशल मीडिया, ऑनलाइन गेम्स, चैटिंग ऐप्स और मोबाइल एप्लिकेशन के माध्यम से किशोरियों और युवतियों को साइबर शोषण, ब्लैकमेलिंग और मानसिक दबाव का शिकार बनाया जा रहा है. कार्यक्रम का उद्घाटन वीरगंज महानगरपालिका के मेयर राजेशमान सिंह ने किया. उन्होंने कहा, बेटियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है। उन्होंने यह भी कहा कि बेटियों के सम्मान, सुरक्षा और सशक्तिकरण को संस्थागत रूप से आगे बढ़ाना अत्यंत आवश्यक है. उन्होंने महिला हिंसा, दुर्व्यवहार और भेदभाव के खिलाफ समाज को जागरूक करने के लिए ऐसे अभियानों को महत्वपूर्ण बताया. कार्यक्रम में तेरापंथ महिला मंडल की अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष सरिता डागा ने कहा कि बेटियों के संरक्षण, आत्मनिर्भरता और सामाजिक चेतना के लिए इस तरह के कार्यक्रम अत्यंत उपयोगी हैं. उन्होंने यह विश्वास जताया कि यह अभियान समाज में सकारात्मक संदेश फैलाएगा और महिलाओं को आत्मविश्वासी, शिक्षित और जागरूक बनाने में मदद करेगा. जबकि नेपाल स्तरीय जैन श्वेताम्बर तेरापंथ सभा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अशोक बैद्य ने कहा, “बेटियों की सुरक्षा के साथ-साथ उनका सशक्तिकरण भी समय की मांग है” उन्होंने विश्वास जताया कि ऐसे कार्यक्रम समाज में बदलाव की नींव रख सकते हैं. कार्यक्रम का आयोजन शंखधर साख्वा पार्क, वीरगंज में तेरापंथ महिला मंडल वीरगंज की अध्यक्ष बबिता खटेड की अध्यक्षता में किया गया था. कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों के विशिष्ट व्यक्ति, समाजसेवी, अभिभावक और स्थानीय नागरिकों की उल्लेखनीय उपस्थिति रही. आयोजकों ने विश्वास जताया कि इस तरह के प्रयासों से बालिकाओं और किशोरियों में आत्मरक्षा, आत्मविश्वास और अधिकारों के प्रति जागरूकता बढ़ेगी।