सुगौली/अमरुल आलम
सुगौली, पू.च: फाइलेरिया की रोकथाम के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के द्वारा अभियान चलाया जा रहा है। यह अभियान 27 फरवरी तक चलेगा। इसको लेकर पुरे प्रखंड क्षेत्र में आवश्यकता और उम्र के अनुसार दवा दी जा रही है। अभियान की शुरुआत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ एम ए अशद ने अन्य स्वास्थ्य कर्मियों के साथ संयुक्त रूप से फीता काट कर किया। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी के हवाले से बीसीएम नितेश गिरी ने बताया कि इस अभियान की सफलता के लिए स्वास्थ्य कर्मियों की टीम घर-घर पहुंच रही है,जो फाइलेरिया को रोकने के लिए लोगों को दवा खिला रहे हैं। उन्होंने बताया कि फाइलेरिया को रोकने के लिए दवा खाना अनिवार्य है। दवा नहीं खाने की स्थिति में जिनको फाइलेरिया हो जायेगा उसको किसी दवा से रोका या खत्म नहीं किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि यह दवा खाली पेट नहीं लेना है। दो वर्ष से पांच वर्ष के उम्र के बच्चे को एक अल्बेंडा जोल और एक डीईसी की दवा दी जाएंगी। 6 वर्ष से 14 वर्ष के बच्चों के लिए दो डीईसी और एक अल्बेंडा जोल की दवा दी जाएंगी। और 15 वर्ष से ऊपर के सभी लोगों को तीन डीईसी और एक अल्बेंडा जोल की दवा दी जाएंगी। दो वर्ष से कम उम्र के बच्चे को, गर्भवती महिला को, गंभीर रुप से बीमार लोगों को और पन्द्रह दिन के अंदर बच्चे को जन्म देने वाली महिला को यह दवा नहीं देनी है। उन्होंने बताया कि फाइलेरिया बीमारी को पूर्ण रुप से रोकने के लिए सबके लिए सेवन करना अनिवार्य है। इस दवा के खिलाने के बाद बेचैनी होने,बुखार सहित अन्य तकलीफ होने पर घबराए नहीं। नजदीक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे। दवा खाने के बाद अगर किसी व्यक्ति को यह परेशानी होती है तो उस आदमी में फाइलेरिया बीमारी का कीड़ा है और कीड़ा मर रहा है। मौके पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ एम ए अशद के साथ स्वास्थ्य प्रबंधक आदित्य रंजन, बीसीएम नितेश कुमार गिरि,बीएमएन ई रविशंकर कुमार के साथ अन्य स्वास्थ्य कर्मी मौजूद रहें।