मंगलवार को मोतिहारी अभियंत्रण महाविद्यालय मोतिहारी के सभी छात्रों ने महाविद्यालय प्रशासन के खिलाफ हॉस्टल मेंटेनेंस माफ करने हेतु कॉलेज गेट पर धरना दिया। छात्रों का कहना है कि महाविद्यालय के प्राचार्य डॉक्टर रामचन्द्र प्रसाद तानाशाही रवैया अपनाते हैं और छात्रों की कोई भी मांग नहीं सुनते हैं। सभी वर्ष के छात्र ने बताया कि पिछले वर्ष तथा इस वर्ष मिलाकर लगभग बारह महीने की अवधि में लॉकडाउन लगा था।
इस लॉकडॉउन अवधि में हॉस्टल में किसी भी तरह का मेंटेनेंस कार्य नहीं हुआ। लेकिन उसके बावजूद प्राचार्य सभी छात्रों पर लॉकडॉउन अवधि का मेंटेनेंस शुल्क देने का दवाब बना रहे हैं। सभी छात्र छात्राओं का कहा है कि लॉकडॉउन अवधि में जब होस्टल बंद था और किसी तरह का मेंटेनेंस नहीं हुआ तो जाहिर है कि प्राचार्य द्वारा यह शुल्क नाजायज रूप से मांगा जा रहा है। छात्रों ने कहा कि धरना देने से पहले भी प्राचार्य से कई बार हम सभी ने मिलकर अपनी बात रखने की कोशिश की लेकिन प्राचार्य ने बहाने बनाते हुए हमारी जायज मांगों को अस्वीकार कर दिया।
शाम तक धरना जारी रहने के बाद जब जिला प्रशाशन के कुछ अधिकारी आएं तब प्राचार्य छात्रों से मिलने पहुंचे लेकिन काफी चर्चा करने के बाद भी प्राचार्य में छात्रों की मांग मानने से साफ मना कर दिया जिससे छात्र काफी आक्रोशित हैं। कई छात्राओं ने भी प्राचार्य पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनसे हॉस्टल मेंटेनेंस लिया जाता है लेकिन होस्टल में कोई कार्य नहीं होता है। उनके रूम में बारिश का पानी आता है और सफाई आदि का कार्य भी सही से नहीं होता है। साथ ही महाविद्यालय के सभी छात्र छात्रा ने प्राचार्य को बदलने के लिए भी नारेबाजी किया।