सुगौली:पू.च. शहर के एक प्राइवेट अस्पताल में डिलीवरी कराने पहुंची प्रसूता की गुरुवार को इलाज के दौरान मौत हो जाने का मामला प्रकाश में आया है।प्रसूता की मौत हो जाने पर परिजनों ने जमकर बवाल काटा।मृत्तका कैथवलिया पंचायत निवासी बिहारी सहनी की पत्नी पार्वती देवी (29) बताई जाती है। गुरूवार को अपने घर से इलाज के लिए सुगौली आने के बाद दलालों के चंगुल में फंस कर निजी नर्सिंग होम में चले गए।जहां प्रसूता की मौत हो गयी। इस बाबत परिजनों ने बताया कि प्रसव पीड़ा होने पर पार्वती देवी को एक निजी हॉस्पिटल में गुरुवार को भर्ती कराया गया था। गर्भवती महिला का इलाज पूर्व से ही इसी हॉस्पिटल में होता आया था।
हॉस्पिटल प्रबंधन के द्वारा प्रसव के समय ऑपरेशन करने की बात कही गई। जब पूछा गया कि कोई दिक्कत है तो हमलोग बाहर लेकर इलाज के लिए चले जा रहे है।लेकिन प्रबंधन के द्वारा बताया गया कि परेशानी की कोई बात नही है। महिला का ऑपरेशन कर दिया गया और बिना हमलोग के दिखाए हुए एम्बुलेंस बुलाकर बाहर ले जाने के लिए कहा गया। जबकि बच्चा को दूसरे चिकित्सक के यहां रखकर इलाज करवाया जा रहा है। जब जच्चा को लेकर इलाज के लिए मोतिहारी पहुंचे तो मरी हुई थी। नर्सिंग होम के स्टाफ के द्वारा ठीक से इलाज नही करना व देर रात को इलाज में लापरवाही बरतने से उसकी हालत गंभीर हो गई और महिला की मौत हो गयी।
जिसकी सूचना स्थानीय लोगों ने पीएचसी प्रभारी नितेश ध्वज सिंह को दूरभाष पर दी। जांच के लिए स्थल पर पहुंचे स्थानीय हॉस्पिटल प्रभारी नितेश ध्वज सिंह व प्रखंड विकास पदाधिकारी सरोज कुमार बैठा जहां सभी कर्मी फरार पाय गए। इस बाबत चिकित्सा प्रभारी ने बताया कि प्रसूता की मृत्यु जिस हॉस्पिटल में हुई है उस हॉस्पिटल का कोई रजिस्ट्रेशन भी नहीं है।मामले की जांच कर प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी।गलियारों में चर्चा है कि इस फर्जी हॉस्पिटल में दलालों की भरमार है।बताते चलें कि बिना रजिस्ट्रेशन के ही दर्जनों नर्सिंग होम नगर सहित ग्रामीण क्षेत्रों तक बेखौफ संचालित किया जा रहा है।बिना रजिस्ट्रेशन संचालित अस्पतालों के खिलाफ कभी कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा सका है। जिससे बे फिक्र शहर के कोने-कोने में फर्जी अस्पताल का व्यापार फल फूल रहा है।जबकि स्थानीय लोगों का कहना है कि अस्पताल का संचालक स्वास्थ्य महकमे से सांठ गांठ कर इसको चला रहा है।इसकी पूरी जानकारी स्वास्थ्य महकमे के पास भी है।
जिसकी सूचना स्थानीय लोगों ने पीएचसी प्रभारी नितेश ध्वज सिंह को दूरभाष पर दी। जांच के लिए स्थल पर पहुंचे स्थानीय हॉस्पिटल प्रभारी नितेश ध्वज सिंह व प्रखंड विकास पदाधिकारी सरोज कुमार बैठा जहां सभी कर्मी फरार पाय गए। इस बाबत चिकित्सा प्रभारी ने बताया कि प्रसूता की मृत्यु जिस हॉस्पिटल में हुई है उस हॉस्पिटल का कोई रजिस्ट्रेशन भी नहीं है।मामले की जांच कर प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी।गलियारों में चर्चा है कि इस फर्जी हॉस्पिटल में दलालों की भरमार है।बताते चलें कि बिना रजिस्ट्रेशन के ही दर्जनों नर्सिंग होम नगर सहित ग्रामीण क्षेत्रों तक बेखौफ संचालित किया जा रहा है।बिना रजिस्ट्रेशन संचालित अस्पतालों के खिलाफ कभी कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा सका है। जिससे बे फिक्र शहर के कोने-कोने में फर्जी अस्पताल का व्यापार फल फूल रहा है।जबकि स्थानीय लोगों का कहना है कि अस्पताल का संचालक स्वास्थ्य महकमे से सांठ गांठ कर इसको चला रहा है।इसकी पूरी जानकारी स्वास्थ्य महकमे के पास भी है।