संवाददाता: साबिर अली
बगहा में रिटायरमेंट से 21 दिन पहले एक प्रधान लिपिक घूस लेते रंगेहाथ गिरफ्तार हुआ। बगहा एक प्रखंड के ICDS (समन्वित बाल विकास योजना) कार्यालय के प्रधान लिपिक शंभूनाथ पांडे को विजिलेंस की टीम ने गुरुवार की दोपहर 25 हजार रुपए लेते उन्हें पकड़ा। उन्होंने एक शख्स से आंगनबाड़ी सेविका की सेवा को स्थाई करने और खाता सत्यापन के नाम पर रुपए की डिमांड की थी।
शंभू पांडे ICDS कार्यालय में बड़ा बाबू के पद पर तैनात थे। 31 मार्च को सेवानिवृत्त होने वाले थे। उनके सेवानिवृत्त में मात्र 21 दिन बचा हुआ था। लेकिन 21 दिन पहले उनकी उसके साथ गिरफ्तारी हो गई।
यह है पूरा मामला
प्रखंड के डुमरिया निवासी रजनीश कुमार गिरी की भाभी शांति कुमारी डुमरिया केंद्र संख्या-292 की आंगनबाड़ी सेविका है। उन्हीं की सेवा को स्थाई करने एवं खाता सत्यापन के नाम पर 25 हजार रुपया की मांग की गई थी। दरअसल, शांति कुमारी की बहाली 1 साल पहले में हुई थी। इसको लेकर पैसे का डिमांड किया गया था। लेकिन शांति ने आश्वासन देकर बहाली करा लिया था। अब उस पैसे के लिए लगातार सीडीपीओ व बाबू के द्वारा पैसे की डिमांड की जा रही थी। इसके साथ ही उसकी सेवा को निरस्त करने की धमकी भी दी जा रही थी।
इसको लेकर रजनीश कुमार ने विजिलेंस से इसकी शिकायत की थी। रजनीश कुमार के शिकायत के आलोक में विजिलेंस की टीम के द्वारा पहले इसका सत्यापन किया गया। इसके बाद गुरुवार की दोपहर करीब 1 बजे DSP अरुण कुमार पासवान, इंस्पेक्टर सतेंद्र राम की टीम ने ICDS कार्यालय में छापेमारी की। इस दौरान प्रधान लिपिक को 25 हजार नगद के साथ गिरफ्तार किया। इसके बाद टीम ने प्रधान लिपिक को अपने साथ आवश्यक कार्रवाई को लेकर मुजफ्फरपुर ले गई। छापेमारी टीम में डीएसपी अरुण पासवान, एसआई सतेंद्र राम के साथ अन्य लोग शामिल थे।
दूसरी टीम बना रही है जब्ती सूची
पुलिस उपाधीक्षक आदित्य राज के नेतृत्व में जब्त सूची तैयार की जा रही है। जिसे लेकर ऑफिस के सभी कागजात खंगाले जा रहे हैं। इस टीम में प्रशिक्षु डीएसपी ज्योति शंकर, इंस्पेक्टर ईश्वरचंद्र आदि शामिल है।