संवाददाता: साबिर अली
दिसम्बर ।वाल्मीकिनगर सांसद सुनील कुमार की पहल पर आज एसडीएम डॉ0 अनुपमा सिंह के कार्यालय में गन्ना किसानों और चीनी मिल प्रबंधन के बीच बैठक हुई जिसमें किसानों और मिल संबंधी कई समस्याओं पर बिंदुवार विचार किया गया। एसडीएम ने गन्ना किसानों की बातों को बहुत गौर से सुना और मिल प्रतिनिधियों को हर हाल में स्थिति में सुधार के निर्देश दिए। तमाम शिकायतों के समाधान के रूप में बैठक में लिए गए कई प्रस्ताव पर विचार करने का भरोसा मिल प्रबंधन ने दिया। एसडीएम डॉ0 सिंह ने किसानों की सबसे बड़ी समस्या चालान वितरण में पूरी तरह पारदर्शिता बरतने, कैलेंडर बनाकर दो दिन पर डाक निकालने और हर दूसरे दिन सारा डाटा उपलब्ध कराने के सख्त निर्देश दिया।
गन्ना किसानों के हित में और भी कई महत्वपूर्ण निर्णयों पर सहमति बनी जिनमें उत्तरप्रदेश का गन्ना बंद कर रिजर्व क्षेत्र को प्राथमिकता देना, जाम से मुक्ति हेतु गन्ना ट्रेलर 24 घंटा पर फ्री करना, दियारा क्षेत्र का गन्ना समय से गिर जाये इसके लिए इस एरिया के चालान में 20 प्रतिशत की वृद्धि, एक पूछताछ काउंटर और बढ़ाकर दो करना, 15 जनवरी के बाद जेनरल किस्म का गन्ना लेना, 31 जनवरी तक पूरी तरह से खूंटी गन्ना ले लेना, घटतौली की शिकायत दूर करना, जिन कर्मियों के खिलाफ शिकायतें मिल रहीं उनके विरुद्ध कार्रवाई करना और बिचौलियों की व्यवस्था खत्म करना आदि प्रमुख रूप से शामिल हैं। मिल प्रबंधन ने भरोसा दिया कि आगे से शिकायत नहीं मिलेगी। किसान भी निर्धारित वजन से अधिक गन्ना ट्रेलर पर लादकर न भेजें।
बैठक में तिरुपति सुगर्स मिल की तरफ से एजीएम एनपी सिंह, एचआर त्रिपुरारी शरण, बेतिया और बगहा दोनों के प्रभार में ईंख पदाधिकारी त्रिपुरारी कुमार, किसानों की तरफ से सभापति प्रतिनिधि अमित कुमार गुप्ता उर्फ़ पप्पू गुप्ता, सांसद प्रतिनिधि बबुआजी सिंह, जदयू नेता राकेश सिंह, राजद नेता मुकेश कुशवाहा, दयाशंकर सिंह, श्यामू पांडे, किसान संघ के अध्यक्ष छोटे श्रीवास्तव, पूर्व अध्यक्ष रामबेलास सिंह, उमा यादव, भाजपा नेता संजय पांडे, अम्बिका कुशवाहा, सुरेंद्र यादव, बिंध्याचल यादव, उमाशंकर पटेल, नागेंद्र सिंह, जीतेन्द्र राम, कुंदन सिंह, बिहारी कुशवाहा, मिथलेश पटेल, मनीष कुमार, एहतेशामूल हक, शंभू सहनी आदि उपस्थित रहे। इस प्रयास के लिए गन्ना किसानों ने स्थानीय सांसद और अनुमंडल पदाधिकारी को धन्यवाद दिया है।