संवाददाता: साबिर अली
मामले को लेकर थानाध्यक्ष राम उदय ने बताया कि उपरोक्त्त कारोबारी की गुप्त सूचना मिली थी । सूचना के मुताबिक एसआई भरत कुमार के नेतृत्व में पुलिस टीम कार्यवाही के लिये भेजी गई थी । इस कार्यवाही में थाना के नुनियापट्टी ग्राम निवासी सुनील बिन पिता जग्गू बिन पुलिस के शिकंजे में आ गया । उसके विरुद्ध बिहार मद्य निषेध एंव उत्पाद संसोधन अधिनियम के तहत कांड अंकित किया गया है और शराब जप्त करते हुए उसको न्यायिक शरण मे भेज दिया गया है ।
उल्लेखनीय है कि नुनियापट्टी गांव का उत्तर टोला यानी रेलवे समपार फाटक से उत्तर ग्रामीण रिहायशी इलाका शराब कारोबार के लिए बदनाम है । तत्कालीन थानाध्यक्ष जयनारायण राम के कार्यकाल में भी यहाँ शराब को लेकर छापेमारी की गई थी । तब सुनील बिन का बगलगीर रामायण बिन को पुलिस ने शराब को लेकर हिरासत में लिया था । दबी जबान से ही सही, स्थानीय लोगों की माने तो उपरोक्त कार्यवाहियों के बावजूद यहाँ शराब का कारोबार होता है । उधर पिछले सप्ताह यहीं से विनोद बिन को शराब मामले में स्थानिय पुलिस और बाहर से आई डॉग स्क्वायड पुलिस की कार्यवाही में गिरफ्तार किया गया था और जेल भेजा गया था ।
अपुष्ट सूत्रों की मानें तो कारोबार के लिये उपरोक्त शराब अन्य गांवों से मंगवाने के अतिरिक्त कुछ कारोबारियों द्वारा स्वंय तैयार की जाती है । टोला से पूरब खूंटी नदी के किनारे बीहड़ में उपरोक्त शराब चोरीछिपे तैयार की जाती है । तैयार शराब को घर के पिछवाड़े खड़ी गन्ने की फसल अथवा खरपतवार- पुआल आदि के ढेर में छुपा कर रखी जाती है ।