पूर्वी चंपारण मोतिहारी/The Royal News.
मोतिहारी:- महात्मा गाँधी केंद्रीय विश्वविद्यालय में पदस्थापित फर्जीओ पर कारवाई की माँग को लेकर जन अधिकार छात्र परिषद के तिरहुत प्रमंडल अध्यक्ष आकाश सिंह राठौड़ ने महामहिम राष्ट्रपति को पत्र लिखा है. पत्र में जन अधिकार छात्र परिषद के तिरहुत प्रमंडल अध्यक्ष आकाश सिंह राठौड़ ने कहा कि भारत सरकार की संस्था कैग की ऑडिट रिपोर्ट वर्ष 2022 और वर्ष 2023 में महात्मा गाँधी केंद्रीय विश्वविद्यालय में कार्यरत प्रो आशीष श्रीवास्तव की विश्वा भारती में नियुक्ति को फर्जी बताया है ,रिपोर्ट में कहा गया है कि विश्व भारती में श्री श्रीवास्तव की नियुक्ति असिस्टेंट प्रोफेसर के रूप में नियमों को दरकिनार कर किया गया था , असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर नियुक्ति के लिए स्नातकोत्तर में 55 प्रतिशत नम्बर चाहिए लेकिन प्रो आशीष श्रीवास्तव को स्नातकोत्तर (गणित) में 50.71 प्रतिशत ही है उसके बाद असिस्टेंट प्रोफेसर से एशोशिएट प्रोफेसर के रूप में नियुक्ति के लिए असिस्टेंट प्रोफेसर के रूप में 8 वर्षों का अनुभव चाहिए लेकिन उनका मात्र 4 वर्ष का ही अनुभव था , जाप के छात्र नेता श्री सिंह ने कहा कि प्रो आशीष श्रीवास्तव की महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय में प्रोफेसर पद पर नियुक्ति में विश्वा भारती के अनुभव को लगाकर हुआ है , छात्र नेता आकाश सिंह राठौड़ ने पत्र में कहा कि दिनांक 8जनवरी 2024 को हमने केविवि के कुलपति को पत्र लिखकर मामले को संज्ञान में दिया था लेकिन उन्होंने कोई कारवाई करने के बजाय दिनांक 11 जनवरी 2024 को प्रो आशीष श्रीवास्तव को विश्वविद्यालय के शैक्षणिक मामलों के निदेशक पद पर नियुक्त कर दिया गया, जिससे विश्वविद्यालय के छवि और गरिमा को ठेस पहुँची है तथा कुलपति के इस कुकृत्य से पूरे चंपारण वासियों में रोष का माहौल है। श्री सिंह ने पत्र में राष्ट्रपति से कहा कि बापू के कर्मभूमि चंपारण में बापू के नाम पर स्थापित केविवि के फर्जियों की सफाई हेतु मेरे द्वारा चलाये जा रहे स्वच्छता अभियान को अपना आशीर्वाद और संरक्षण दे , श्री सिंह ने पत्र में कहा कि आप भारतीय गणतंत्र की आशा और न्याय की चरण बिंदु है ।
छात्र नेता श्री सिंह ने उक्त मामले की रिटायर्ड न्यायाधीश के नेतृत्व में जाँच समिति से जाँच कराकर दोषियों पर कारवाई की मांग किया है।
