सुगौली, पू.च: प्रखंड के भटहा पंचायत में सड़क की बदहाल स्थिति और जानलेवा खतरे को लेकर शुक्रवार को समाजसेवी सुजीत रमन भटहा पंचायत पहुंचे,जहां सचिन सिंह,प्रदीप सिंह राजपूत,गोलू कुमार, असलाउद्दीन खान सहित सैकड़ों ग्रामीणों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया। नारों की गूंज के साथ ग्रामीणों ने प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की उदासीनता पर कड़ा रोष जताया। ग्रामीणों का कहना है कि यह सड़क 5000 से अधिक लोगों को जोड़ने का एकमात्र मार्ग है,लेकिन इसकी जर्जर हालत के कारण बड़ी गाड़ियों का आवागमन बंद हो गया है, राहगीरों की जान खतरे में है,और कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। टिकुलिया-हरसिद्धि मार्ग की यह सड़क जगह-जगह से टूट चुकी है, नीचे की मिट्टी और गिट्टियां बह गई हैं, जिससे सड़क कभी भी ध्वस्त हो सकती है। यह साफ दर्शाता है कि ठेकेदार और प्रशासन की मिलीभगत से घटिया निर्माण किया गया, जो अब जनता की जान पर भारी पड़ रहा है। सुजीत रमन का ऐलान – भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई अब और तेज होगी।समाजसेवी सुजीत रमन ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि यह सीधा-सीधा जनता के अधिकारों की लूट है। प्रशासन और ठेकेदारों की लापरवाही का खामियाजा आम लोगों को भुगतना पड़ रहा है। भ्रष्टाचार के कारण जनसुविधाएं बर्बाद हो रही हैं, लेकिन अब हम चुप नहीं बैठेंगे। यदि जल्द ही सड़क निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ, तो हम उग्र आंदोलन करेंगे।
विधायक को अल्टीमेटम 20 तारीख तक पहुंचे, वरना होगा महा-प्रदर्शन।
स्थानीय विधायक शशिभूषण सिंह से जब इस संबंध में बात की गई तो उन्होंने कहा कि 20 तारीख को वे खुद भटहा पहुंचकर स्थिति का जायजा लेंगे और जल्द से जल्द सड़क निर्माण शुरू कराएंगे। इस पर सुजीत रमन ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि यदि विधायक 20 तारीख तक नहीं पहुंचते हैं और निर्माण कार्य की ठोस पहल नहीं होती है, तो इसके बाद हम जनता के साथ मिलकर बड़ा प्रदर्शन करेंगे। यह आंदोलन तब तक जारी रहेगा, जब तक भ्रष्टाचार के जिम्मेदारों पर कार्रवाई नहीं होती और जनता को उनकी मूलभूत सुविधा नहीं मिल जाती। जनता की लड़ाई में हर अन्याय के खिलाफ आवाज उठेगी। भ्रष्टाचार और लापरवाही के खिलाफ जन समस्या समाधान यात्रा के तहत भाटहा पहुंचे सुजीत रमन ने दो टूक कहा कि जहाँ अन्याय होगा, वहाँ जनता की आवाज भी बुलंद होगी। "हर गांव, हर गली से भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग जारी रहेगी, और जब तक जनता को उनका हक नहीं मिलेगा, तब तक संघर्ष रुकेगा नहीं। अब देखना होगा कि प्रशासन और विधायक जनता के इस गंभीर मुद्दे पर कितनी जल्दी कार्रवाई करते हैं, या फिर आने वाले दिनों में भाटहा पंचायत में एक ऐतिहासिक जनआंदोलन देखने को मिलेगा।