संवाददाता: साबिर अली
बेतिया का एक युवक पारंपरिक खेती छोड़ फूलों की खेती कर अपनी जिंदगी संवार रहा है। गेंदा के फूल की खेती कर चनपटिया प्रखंड अंतर्गत गिद्धा पंचायत के बरोहिया गांव निवासी किसान कुंदन अधिक मुनाफा कमा रहे हैं। उन्होंने बताया कि पिछले कई सालों से पारंपरिक खेती धान एवं गेहूं की फसल से उम्मीद अनुरूप उत्पादन नहीं होने से काफी निराशा हो रही थी। इसी बीच फूल की खेती का आइडिया आया।
धान और गेहूं से ज्यादा मुनाफा
कुंदन ने बताया कि- एक दोस्त ने गेंदे के फूल की खेती करने के लिए प्रेरित किया, इसके बाद उन्होंने रुचि दिखाई। परिवार के सभी सदस्यों ने भी हामी भर दी और उन्होंने गेंदा के फूल की खेती शुरू की। इससे अब अच्छी कमाई हो रही है। उन्होंने बताया कि पहले मैं धान और गेहूं की खेती करता था। इससे मुझे बहुत कम कमाई होती थी। पांच कठ्ठे जमीन में हमने फूल की खेती की है। इससे महीने के एक लाख रुपए से अधिक की कमाई हो रही है।
उनका कहना है कि- फूल के खेती हम पूरे साल कर सकते हैं। जबकि, धान और गेहूं की खेती हम साल में दो बार ही कर सकते थे। एक कठ्ठे जमीन पर धान के खेती से हमें दो हजार रुपए का मुनाफा होता था। वहीं एक कठ्ठे में फूल की खेती से 20-25 हजार मुनाफा आ रहा है।
आसानी से बिक जाता है फूल
फूलों की आवश्यकता मांगलिक कार्यों, धार्मिक अनुष्ठानों, सामाजिक आयोजनों, सरकारी कार्यक्रम के अलावा जन्मदिन, शादी तथा अन्य कार्यक्रमों में होता है। शहर से लेकर गांव तक फूलों की मांग बढने लगी है। फूल बेचने में भी किसी प्रकार की परेशानी नहीं होती है। कुंदन बताते हैं कि फूलों की खेती की ओर अभी किसानों का रूझान नहीं है लेकिन फिर भी कुछ किसान अब इस ओर आगे आ रहे हैं।