संवाददाता: साबिर अली
भैरोगंज. होली के मद्देनजर चोरी छिपे शराब सेवन या कारोबार की संभावना को ध्यान में रखते हुए पुलिस ने गहन अभियान पिछले दिनों से जारी कर दिया है । मालूम रहे कि प्रदेश में शराबबंदी से पहले होली पर नशापान की परंपरा रही है । पहले लोग इस अवसर पर भांग का शर्बत वगैरह का इस्तेमाल करते थे । लेकिन समय के साथ भांग का प्रचलन कम होता गया एंव इसकी जगह शराब सेवन की वृत्ति जगह बनाने लगी । परिणामस्वरूप ऐसे अवसरों पर बड़ी मात्रा में शराब की खपत बढ़ जाती थी ।
हालांकि प्रदेश में तब शराबबंदी नहीं था । लेकिन सरकारी फरमान से ही होली के त्यौहार के दिन सरकारी ठेके की दुकानें बंद रखी जाती थी । लेकिन पियक्कड़ भी कम न थे । लोगों की मानें तो घर मे शराब त्यौहार से पहले ही सुरक्षित कर लेते थे । लेकिन शराबबंदी की नई फिजा में शराब पर अब पूर्ण प्रतिबंध है । आज प्रदेश में शराब का किसी भी तरह का चलन कानूनन जुर्म है । बावजूद इसके पियक्कड़ और शराब कारोबारी अक्सर पुलिस के हत्थे चढ़ रहे हैं । उपरोक्त तथ्यों के मद्देनजर आगामी होली के अवसर पर चोरी छिपे शराब सेवन या कारोबार की सम्भावना है । इस संभावना को लेकर बगहा पुलिस अधीक्षक के निर्देश के आलोक में स्थानीय पुलिस ने थानाक्षेत्र में अभियान छेड़ दिया है । इस अभियान के तहत शराब निर्माण व सेवन के लिए बदनाम रहे मदरहनी, तोनवा,त्रिभवनी,नड्डा व भोलापुर खरहट आदि गांव शामिल हैं ।
आशय की पुष्टि करते हुए भैरोगंज थानाध्यक्ष लालबाबु कुमार ने बताया कि इस अभियान में स्थानीय थाना के जवानों के अलावा बगहा से आये एएलटीएफ के बड़ी संख्या में जवान शामिल रहे । उन्होंने बताया के उपरोक्त टीम विशेषकर शराब के विरुद्ध कार्यवाही के लिये गठित हुई है । थानाक्षेत्र के उपरोक्त स्थानों पर शुक्रवार को शराब के संभावित ठिकानों पर तलाशी अभियान चलाने के अलावा ध्वनि-विस्तारक यंत्र से आम आदमी को शराब सेवन न करने की हिदायत दी गई । लोगों को शराब सेवन से होने वाले दुष्परिणामों से भी सजग किया गया है । कई लोगों का ब्रेथ-एनालाइजर मशीन से शराब सेवन की जाँच की गई । हालांकि इस अभियान में कोई व्यक्ति पकड़ में नहीं आया है और ना ही कहीं से शराब बरामद हुई है । बहरहाल पुलिस के इस वृहद और लगातार अभियान से कतिपय तत्त्वों में दहशत अवश्य व्याप्त है ।