संवाददाता: साबिर अल्ली
जल शक्ति अभियान अंतर्गत जिले में किये जा रहे विभिन्न कार्यों की समीक्षा दिनांक-19.07.2022 की देर संध्या संजय कुमार जैन, संयुक्त सचिव, भारत सरकार एवं वारिद गुप्ता, सहायक निदेशक, केन्द्रीय जल आयोग, जल शक्ति मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा किया गया। इस अवसर पर जिलाधिकारी, पश्चिम चम्पारण, कुंदन कुमार, उप विकास आयुक्त, अनिल कुमार सहित अन्य जिलास्तरीय वरीय अधिकारी उपस्थित रहे।
जिलाधिकारी, कुंदन कुमार द्वारा पावर प्रजेंटेशन के माध्यम से जिले में जल-जीवन-हरियाली अभियान के तहत क्रियान्वित योजनाओं की विस्तृत जानकारी प्रदान की गयी।
जिलाधिकारी द्वारा बताया गया कि सार्वजनिक जल संचयन संरचनाओं यथा-तालाबों, पोखरों, आहरों, पईनों को शत-प्रतिशत चिन्हित करते हुए 408 को अतिक्रमणमुक्त करा दिया गया है। साथ ही 895 तालाबों, पोखरों, आहरों, पईनों का जीर्णोद्धार कार्य पूर्ण करा लिया गया है। उन्होंने बताया कि लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग, पंचायती राज विभाग एवं नगर विकास विभाग द्वारा कुल-432 सार्वजनिक कुओं का जीर्णोद्धार कार्य पूर्ण करा लिया गया है।
उन्होंने बताया कि सार्वजनिक कुआं, चापाकल, नलकूप के किनारे 1563 सोख्ता रिचार्ज/अन्य जल संचयन संरचनाओं का निर्माण कार्य प्रारंभ कराया गया है जिसमें से 1402 को पूरा करा लिया गया है। उन्होंने बताया कि छोटी-छोटी नदियों/नालों में एवं पहाड़ी क्षेत्रों में कुल-82 चेक डैम एवं जल संचयन के अन्य संरचनाओं का निर्माण करा लिया गया है। इसी तरह नए जल स्रोतों का सृजन एवं अधिशेष नदी जल क्षेत्र से जल की कमी वाले क्षेत्रों में जल पहुंचाया गया है, जिसकी संख्या 467 है। जिले में कुल-358 भवनों की छतों पर वर्षा जल संचयन संरचना का निर्माण कराया गया है।
उन्होंने बताया कि पौधशाला सृजन एवं सघन वृक्षोरोपण कार्यक्रम के तहत 483005 पौधा का रोपण ग्रामीण विकास विभाग द्वारा तथा 20000 पौधारोपण वन विभाग द्वारा कराया गया है। इस वर्ष 06 लाख 06 हजार पौधोरोपण का लक्ष्य प्राप्त हुआ है, जिसे ससमय पूर्ण करा लिया जायेगा।
जिलाधिकारी ने बताया कि वैकल्पिक फसलों, टपकन सिंचाई, जैविक खेती वं अन्य नई तकनीकों का उपयोग कराने हेतु कार्ययोजना के अनुरूप कार्रवाई की जा रही है। जिले में 387.13 एकड़ में टपकन सिंचाई के माध्यम से खेती हो रही है।
संजय कुमार जैन, संयुक्त सचिव, केन्द्रीय जल आयोग, जल शक्ति, मंत्रालय, भारत सरकार ने कहा कि जल शक्ति अभियान-जल-जीवन-हरियाली अभियान अंतर्गत जिले की उपलब्धि सराहनीय है। शेष बचे कुछ कार्यों को भी शीघ्रता से पूर्ण कराते हुए शत-प्रतिशत उपलब्धि हासिल की जाय।
उन्होंने कहा कि जिला में स्थापित जल शक्ति केन्द्र द्वारा आम नागरिकों को जल संचय के संबंध में जागरूक करते हुए उनसे जल संचय से संबंधित कार्य में आवश्यक सहयोग प्राप्त करने हेतु विचार-विमर्श किया जाय। जिलान्तर्गत जल संचय से संबंधित कार्ययोजना का निर्माण करते हुए इसे पोर्टल पर अपलोड किया जाय।
उन्होंने निदेश दिया कि जल संचय संरचनाओं को अतिक्रमणमुक्त कराना, नदी के गाद को हटाने के लक्ष्य का निर्माण कर इसका डीपीआर का निर्माण करते हुए सभी आवश्यक कार्रवाई पूर्ण किया जाय। उन्होंने कहा कि अमृत सरोवर अंतर्गत चिन्हित 85 जल संरचनाओं में से 30 प्रतिशत का कार्य जुलाई 2022 तक पूर्ण करते हुए 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर झंडोतोलन हेतु स्वतंत्रता सेनानी/गांव के वृद्ध व्यक्ति का चयन करने का कार्य पूर्ण किया जाय तथा अमृत सरोवर पर इन्ही के माध्मय से झंडोतोलन कार्य सम्पन्न कराया जाय।
उन्होंने निदेश दिया कि जल संरक्षण से संबंधित सभी योजनाओं का जियो टैग करते हुए इसे जल शक्ति अभियान के पोर्टल पर अपलोड करते हुए इसे समय-समय पर अपडेट किया जाय ताकि देशस्तर पर रैंकिंग में यह परिलक्षित हो सके।
इसके पूर्व संजय कुमार जैन, संयुक्त सचिव, केन्द्रीय जल आयोग, जल शक्ति, मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा जिले के विभिन्न जगहों पर जल शक्ति अभियान के तहत कार्यान्वित योजनाओं का निरीक्षण किया गया। साथ ही समाहरणालय भवन में बनाये गये वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम का जायजा लिया गया।
उप विकास आयुक्त, श्री अनिल कुमार द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के पश्चात समीक्षात्मक बैठक समाप्त की गयी। इस अवसर पर उप विकास आयुक्त द्वारा संयुक्त सचिव एवं सहायक निदेशक को आश्वस्त किया गया कि दिये गये निर्देशों का शत-प्रतिशत अनुपालन कराया जायेगा तथा जल शक्ति अभियान अंतर्गत पश्चिम चम्पारण जिला को पूरे भारत में अव्वल लाने के लिए सार्थक और पूरजोर प्रयास किया जायेगा।