संवादादता: साबिर अली
वाल्मीकि टाइगर रिजर्व की खूबसूरत वादियां विदेशी पर्यटकों को भी खूब लुभा रही है। फ्रांस से आए पर्यटक ने जंगल सफारी का लुफ्त उठाया और वीटीआर के खूबसूरती की जमकर सराहना की । बतादें,
बिहार के इकलौते टाइगर रिजर्व में बाघ देखने की हसरत विदेशी पर्यटकों को भी यहां खींच ला रही है। यहां की खूबसूरती का दीदार करने के लिए विदेशी पर्यटक वाल्मीकिनगर का रुख करने लगे हैं। दरअसल फ्रांस से वीटीआर घूमने आए 37 वर्षीय मौलिन जूलियन को यह जगह इतनी खूबसूरत लगी की वह दुबारा आने का ख्वाहिश लेकर वापस लौट गए ।
बतातें चलें की इंडो नेपाल सीमा पर बसे वाल्मीकि टाइगर रिजर्व का भ्रमण करने प्रत्येक वर्ष लाखों की संख्या में सैलानी यहां की प्राकृतिक सुंदरता का दीदार करने पहुंचते हैं। जंगल सफारी के दौरान बाघों को सामने से देखने की ख्वाहिश पर्यटकों को बरबस अपनी ओर आकर्षित करती है। फ्रांस के पेरिस से आए जूलियन जल,जंगल और पहाड़ का अद्भुत दृश्य देख यहां की खूबसूरती पर फिदा हो गए। जूलियन ने बताया की यह काफी खूबसूरत जगह है और दुनिया का सबसे साफ सुथरा जगह भी। उन्होंने कहा की जंगल सफारी के दौरान उन्हें हिरण,जंगली भैंसा ( गौर )और विभिन्न तरह की सुंदर पक्षियों का दीदार हुआ। शायद वे लकी नहीं थे इसलिए टाइगर नहीं देख पाए और दुबारा टाइगर देखने जरूर आयेंगे।
जूलियन ने बताया की सुबह में उनके पेट में कुछ समस्या आ गई थी लेकिन उन्हें यहां अस्पताल में ना तो डॉक्टर मिले और ना हीं दवाइयां। जिसके बाद उन्होंने निजी अस्पताल का रुख किया। फ्रांसीसी पर्यटक ने बताया की इतने बड़े पर्यटन स्थल पर एक बेहतर अस्पताल होना जरूरी है। एक हेल्थकेयर सेंटर भी होना चाहिए तभी विदेशी पर्यटक ज्यादा से ज्यादा वीटीआर को आएंगे ।
बतादें की वीटीआर के दिलकश नजारों को सैलानी अपने कैमरों में कैद कर अपने साथ ले जाते हैं और यहां आकर जंगल सफारी,बोट सफारी समेत कौलेश्वर झूला कैनोपी वॉक का लुफ्त उठाना नहीं भूलते।