सुगौली/ अमरुल आलम
सुगौली, पू.च: नगर पंचायत के अंतर्गत नेशनल हाईवे से सुगौली थाने की ओर जाने वाली सड़क की बदहाल स्थिति और क्षतिग्रस्त पुल की दुर्दशा ने स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता सुजीत रमन का आक्रोश भड़का दिया। जनप्रतिनिधियों और नगर पंचायत प्रशासन पर कड़ा प्रहार करते हुए उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि "चुनाव के समय नेता वोट मांगने के लिए आगे आते हैं, मगर जब जनता की समस्याओं का समाधान करने की बारी आती है, तो वे पिछली गली से बचकर निकल जाते हैं।क्षतिग्रस्त पुल पर रेलिंग नहीं तो होगा जन आंदोलन सुजीत रमन ने प्रशासन को सात दिनों का अल्टीमेटम देते हुए चेतावनी दी कि यदि इस अवधि में क्षतिग्रस्त पुल की रेलिंग नहीं लगाई गई और सड़क की मरम्मत नहीं हुई, तो यह गुस्सा जन आंदोलन का रूप लेगा। उन्होंने कहा कि यह केवल एक मांग नहीं, बल्कि उनके दिल से जुड़ा संकल्प है।
यदि प्रशासन ने लापरवाही जारी रखी, तो जनता स्वयं इसके निर्माण के लिए आगे आएगी। स्थानीय जनता ने किया समर्थन:-घटनास्थल पर बड़ी संख्या में उपस्थित स्थानीय नागरिकों ने सुजीत रमन के इस प्रयास की सराहना की और उनके आंदोलन में हर संभव सहयोग देने का संकल्प लिया। आम लोगों का कहना है कि "सुजीत रमन जैसे कर्मठ समाजसेवी ही हैं, जो प्रशासन की नींद तोड़ने का साहस रखते हैं। अब देखने वाली बात होगी कि नगर पंचायत प्रशासन जनता की भावनाओं को सम्मान देते हुए समस्या का समाधान करता है या फिर यह संघर्ष एक बड़ा आंदोलन का रूप लेगा।